अशोक गहलोत जब सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे तो उनके हाथ में एक चीट-शीट भी थी। इसमें उन्होंने अपना पक्ष रखने के लिए कई सारे बिंदुओं को लिख रखा था।
Ashok Gehlot VS Sachin Pilot: राजस्थान में उठे सियासी बवंडर के बीच जब अशोक गहलोत ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे तो उन्होंने पूरे प्रकरण के लिए माफी जरूर मांगी, लेकिन उन्होंने आलाकमान के सामने अपने धुर विरोधी सचिन पायलट को कोसने का एक भी मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने तो यहां तक कहा कि एसपी (सचिन पायलट) शायद ऐसे पहले प्रदेश अध्यक्ष हैं जिन्होंने अपनी ही पार्टी की सरकार गिराने की कोशिश की। गहलोत ने इसके अलावे और भी कई आरोप लगाए। आलाकमान के साथ उनकी यह बैठक भले ही बंद कमरे में हुई थी, लेकिन एक तस्वीर दोनों की बैठक की बातचीत के एजेंडों का खुलासा कर रही है।
जी हां, अशोक गहलोत जब सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे तो उनके हाथ में एक चीट-शीट भी थी। इसमें उन्होंने अपना पक्ष रखने के लिए कई सारे बिंदुओं को लिख रखा था। फोटोग्राफर जे सुरेश द्वारा खींची गई इस चीट-शीट की तस्वीर में कई सारे पॉइंट्स साफ-साफ नजर आ रहे हैं। अशोक गहलोत ने चीट-शीट में सचिन पायलट के लिए SP शब्द का इस्तेमाल किया है।
सचिन पायलट के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए गहलोत ने दावा किया है कि उनके पास 102 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। वहीं, एसपी के पास सिर्फ 18 विधायकों का समर्थन है। गहलोत ने यह भी कहा कि युवा कांग्रेस नेता के पार्टी छोड़ने की पूरी संभावना थी। उन्होंने सचिन पायलट पर भाजपा के साथ मिलीभगत करते हुए राज्य में कांग्रेस सरकार को उखाड़ने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया। गहलोत ने कहा कि ऐसा करने वाले वह शायद पहले प्रदेश अध्यक्ष होंगे। गहलोत ने बीजेपी पर विधायकों को खरीदने के लिए 10 से 50 करोड़ रुपये की पेशकश करने का भी आरोप लगाया।
फोटो के अनुसार, अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी के साथ अपनी वार्ता की शुरुआत इस बात से की थी, “जो हुआ वह बहुत दुखद है, मैं भी बहुत आहत हूं।” आगे उन्होंने कहा, “रजनीती में हवा बदलते देख लोग साथ छोर देते हैं। यहां ऐसा नहीं हुआ।” उन्होंने सोनिया गांधी के सामने अपने खेमे के विधायकों का पूरा बचाव किया।
चीट-शीट के मुताबिक अशोक गहलोत आगे कहते हैं, “एसपी पार्टी छोड़ देगा। पार्टी ऑब्जर्वर पहले सही रिपोर्ट देते तो पार्टी के लिए अच्छा होता। प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार गिराने की पूरी कोशिश की थी।” आपको बता दें कि अभी तक न तो कांग्रेस और न ही अशोक गहलोत ने इस तस्वीर पर कोई टिप्पणी की है।